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Wednesday, August 15, 2018

खिलजी वंश



                          खिलजी वंश

    राजधानी:                   दिल्ली 
    भाषा:                         फारसी 
    धर्म:                           सुन्नी इस्लाम 
    शासन:                       सल्तनत 


    प्रथम सुल्तान:         जलालुद्दीन फिरोज खिलजी
   अंतिम सुल्तान:        कुतुबुद्दीन मुबारक खिलजी


                 खिलजी वंश या ख़लजी वंश मध्यकालीन भारत का एक राजवंश था। यह दिल्ली सल्तनत का गुलाम वंश के बाद दूसरा वंश था। इस वंश की स्थापना जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने 1290 ई0 को गुलाम वंश के अंतिम शासक शम्मुद्दीन कैमुर्स के पतन के बाद की थी। खिलजी मूलतः कहाँ के थे इसपर इतिहासकारों में मतभेद है कितुुं अधिक इतिहासकारों ने खिलजीयों को तुर्क माना है। इस वंश का सबसे योग्य शासक अलाउद्दीन खिलजी था। अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली का प्रथम मुस्लिम शासक था जो दक्षिण भारत पर विजय पायी। दक्षिण भारत पर विजय प्राप्त करते समय मलिक काफूर उसका सेेनापति था। खिलजी युग को मुस्लिम शक्ति के विस्तार का युुुग भी कहा जाता हैं। खिलजीयों के शासन के समय मंगोलों का भी आक्रमण हुआ किंतु उन्हे सफलता प्राप्त नहीं हुई। इस वंश ने 1290 ई0 से 1320 ई0 तक शासन किया।

 ➢   खिलजी वंश के बारें में महत्वपूर्ण तथ्य:

  •  जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने गुलाम वंश के शासन को समाप्त कर 13 जून, 1290 ई0 को खिलजी वंश की स्थापना की।
  • इसने किलोखरी को अपनी राजधानी बनाया।
  • जलालुद्दीन फिरोज खिलजी की हत्या उसके दामाद एवं भतीजा अलाउद्दीन खिलजी ने कड़ामानिकपुर (इलाहाबाद) में कर दी।
  • 22 अक्टूबर, 1296 ई0 को अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली का सुल्तान बना।
  • अलाउद्दीन खिलजी के बचपन का नाम अली तथा गुरशास्प था।
  • अलाउद्दीन खिलजी ने सेना को नकद वेतन देने एवं स्थायी सेना रखने जैसों चीजों की शुरुआत की थी।
  • अलाउद्दीन खिलजी ने ही घोड़ा दागने और सैनिकों का हुलिया लिखने की प्रथा की शुरुआत भी की थी।
  • अलाउद्दीन ने खस्म  (लूट का धन) में सुल्तान का हिस्सा 1/4 भाग के स्थान पर 3/4 भाग कर दिया।
  • इसने व्यापारियों में बेईमानी रोकने के लिए कम तौलने वाले व्यक्ती के शरीर से मांस काट लेने का आदेश दिया।
  • अलाउद्दीन खिलजी अपनी बाजार व्यवस्था के लिए इतिहास में प्रसिद्ध हैं।
  • दक्षिण भारत की विजय के लिए अलाउद्दीन ने मलिक काफूर को भेजा था। 
  • दक्षिण भारत पर जीत प्राप्त करना अलाउद्दीन खिलजी की बड़ी सफलता मानी जाती हैं।
  • जमैयत खाना मस्जिद, अलाई दरवाजा, सीरी का किला, और हजार खम्भा महल का निर्माण अलाउद्दीन खिलजी ने करवाया था।
  • अलाउद्दीन खिलजी ने स्वयं को सिकंदर-ए-सानी की उपाधि से नवाजा।
  • अमिर खुसरो अलाउद्दीन के दरबारी कवि थे। अमिर खुसरो को सितार और तबले के आविष्कार का श्रेय भी दिया जाता है।
  • अमिर खुसरो का जन्म उत्तर प्रदेश के इटावा में हुआ था। इन्हे तुतिए हिंद (भारत का तोता) के नाम से भी जाना जाता हैं।
  • अलाउद्दीन खिलजी की मृत्य 5 जनवरी, 1316 ई0 को हो गयी थी।

  • कुतुबुद्दीन मुबारक खिलजी 1316 ई0 को दिल्ली के सिंहासन पर बैठा। इसे नग्न स्त्री, पुरुष की संगत पसंद थी।
  • मुबारक खिलजी कभी-कभी राजदरबार में स्त्रियों का वस्त्र पहनकर आ जाता था।
  • बरनी के अनुसार मुबारक खिलजी कभी-कभी नग्न होकर दरबारियों के बीच दौड़ा करता था।
  • मुबारक खाँ ने खलीफा की उपाधि धारण की थी।
  • मुबारक के वजीर खुशरों खाँ ने 15 अप्रैल, 1320 ई0 को इसकी हत्या कर दी और स्वयं दिल्ली के गद्दी पर बैठ गया।
  • खुशरों खाँ ने पैगंबर के सेनापति की उपाधि धारण की।

 ➢  चुकिं खिलजी वंश दिल्ली सल्तनत का ही               भाग है इसलिए दिल्ली सल्तनत के बारें में               कुुुुछ महत्वपूर्ण बातें जान ले।

     दिल्ली सल्तनत (1206 -1526 ई0) 


    राजधानी:       लाहौर (1206 -1210 ई0)
                          बदांयू  (1210 -1214 ई0)
                          दिल्ली (1214 -1327 ई0)
                          दौलताबाद (1327 -1334 ई0)
                          दिल्ली   (1334 -1506 ई0)
                         आगरा  (1506 -1526 ई0)

    भाषा:               फारसी
                            हिंदवी 
    धर्म:                  सुन्नी इस्लाम 
    शासन:              सल्तनत 

    प्रथम सुल्तान:    कुतुबुद्दीन ऐबक
    अंतिम सुल्तान:   इब्राहिम लोदी

    स्थापना:        जून, 1206 ई0
   अंत:              पानीपत का प्रथम युद्ध  (अप्रैल,                             1526 ई0)

 ➢  दिल्ली सल्तनत के बारे महत्वपूर्ण बिंदु


  • 1206 ई0 से 1526 ई0 तक भारत में दिल्ली सल्तनत के पाँच राजवंशों ने शासन किया। इन पाँच राजवंशों के शासनकाल को सल्तनतकाल कहा जाता हैं। यह पाँच राजवंशों निम्न हैं।
  1. गुलाम वंश  (1206 -1290 ई0) 
  2. खिलजी वंश  (1290 -1320 ई0)
  3. तुगलक वंश  (1320 -1398 ई0)
  4. सैयद वंश  (1414 -1451 ई0)
  5. लोदी वंश  (1451 -1526 ई0)

  • तुर्क आक्रमणकारियों द्वारा शासन किए हुए राज्य को ही दिल्ली सल्तनत कहा जाता हैं। 
  • सल्तनतकाल (1206 ई0-1526 ई0) में सुल्तान राज्य का सर्वोच्च अधिकारी होता था।
  • सुल्तान स्वयं को अल्लाह का प्रतिनिधि मानता था। कुरान के नियमों के अनुसार शासन चलाता था।
  • सुल्तान को शासन-कार्य में सहायता देने के लिए मंत्रिपरिषद होती थी।
  • सल्तनतकाल (1206 ई0-1526 ई0) में चार प्रकार के कर किए जाते थे, खम्स, खराज, जकात और जजिया (सिर्फ हिन्दुओं से)
  • साम्राज्य प्रांतो में बंटे होते थे। प्रत्येक प्रांतो का शासक सूबेदार होता था।
  • प्रधानमंत्री को वजीर कहा जाता था।




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