- शाहजहाँ का जन्म 5 जनवरी , 1592 ई0 को लाहौर में हुआ ।
- शाहजहाँ की माता जगत गोसाई जोधपुर के शासक मोटा राजा उदय सिंह की पुत्री थी ।
- शाहजहाँ के बचपन का नाम खुर्रम था ।
- अहमदनगर के वजीर मलिक अम्बर के विरुद्ध सफलता से खुश होकर जहाँगीर ने खुर्रम को शाहजहाँ की उपाधि प्रदान की थी ।
- 1612 ई0 में शाहजहाँ का विवाह आसफँ खाँ की पुत्री अरजुमंद बानो बेगम से हुआ जिसे शाहजहाँ ने मलिका-ए-जमानि की उपाधि दी थी । 1631 ई0 में प्रसव पीड़ा के कारण उसकी मृत्य हो गई ।
- 24 फरवरी , 1628 ई0 को शाहजहाँ आगरे में अबुल मुजफ्फर शहाबुद्दीन मुहम्मद साहिब किरन-ए-सानी की उपाधि प्राप्त कर सिंहासन पर बैठा ।
- शाहजहाँ ने आसफँ खाँ को वजीर का पद दिया था ।
- शाहजहाँ ने नूरजहाँ को दो लाख रुपए प्रति वर्ष पेंशन देकर लाहौर भेज दिया जहाँ 1645 ई0 में उसकी मृत्यु हो गयी ।
- अपनी बेगम मुमताज महल के याद में शाहजहाँ ने विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का निर्माण उसकी कब्र के उपर करवाया ।
- ताजमहल का निर्माण करनेवाला मुख्य स्थापत्य कलाकार उस्ताद अहमद लाहौरी था ।
Rashtrakuta Dynasty in Hindi
Second World War in Hindi
- मयूर सिंहासन का निर्माण शाहजहाँ ने करवाया था । इसका मुख्य कलाकार बे बादल खाँ था।
- शाहजहाँ द्वारा बनवायी गयी प्रमुख इमारतें हैं । - दिल्ली का लालकिला, दीवाने खास, दीवाने आम, दिल्ली जामा मस्जिद, आगरा मोती मस्जिद, ताजमहल आदि ।
- शाहजहाँ के शासनकाल को स्थापत्य कला का स्वर्ण काल कहा जाता है ।
- शाहजहाँ ने 1638 ई0 में अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली लाने के लिए यमुना नदी के किनारे शाहजहाँबाद की नींव डाली ।
- शाहजहाँ के पुत्र में दाराशिकोह सर्वाधिक विद्वान था । इसने भगवद् गीता, योगवशिषठ, उपनिषद् एवं रामायण का अनुवाद फारसी में करवाया ।
- शाहजहाँ के पुत्रों के बीच उत्तराधिकार का युद्ध 1657 ई0 में शुरु हुआ ।
- उत्तराधिकार का अंतिम युद्ध देवराई की घाटी में 12 से 14 अप्रैल, 1659 ई0 को औरंगजेब और दारा शिकोह के बीच हुआ । जिसमे औरंगजेब की जीत हुई ।
- 18 जून, 1658 ई0 को औरंगजेब ने शाहजहाँ को बंदी बना लिया ।
- आगरे के किले में अपने कैदी जीवन के आठवें वर्ष अर्थात 31 जनवरी, 1666 ई0 को 74 वर्ष की अवस्था में शाहजहाँ को मृत्यु हो गयी ।
No comments:
Post a Comment