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Sunday, May 6, 2018

शाहजहाँ का जीवन परिचय ।


  • शाहजहाँ का जन्म 5 जनवरी , 1592 ई0 को लाहौर में हुआ । 
  • शाहजहाँ की माता जगत गोसाई जोधपुर के शासक मोटा राजा उदय सिंह की पुत्री थी ।
  • शाहजहाँ के बचपन का नाम खुर्रम था ।
  • अहमदनगर के वजीर मलिक अम्बर के विरुद्ध सफलता से खुश होकर जहाँगीर ने खुर्रम को शाहजहाँ की उपाधि प्रदान की थी ।
  • 1612 ई0 में शाहजहाँ का विवाह आसफँ खाँ की पुत्री अरजुमंद बानो बेगम से हुआ जिसे शाहजहाँ ने मलिका-ए-जमानि की उपाधि दी थी । 1631 ई0 में प्रसव पीड़ा के कारण उसकी मृत्य हो गई । 
  • 24 फरवरी , 1628 ई0 को शाहजहाँ आगरे में अबुल मुजफ्फर शहाबुद्दीन मुहम्मद साहिब किरन-ए-सानी की उपाधि प्राप्त कर सिंहासन पर बैठा । 
  • शाहजहाँ ने आसफँ खाँ को वजीर का पद दिया था ।
  • शाहजहाँ ने नूरजहाँ को दो लाख रुपए प्रति वर्ष पेंशन देकर लाहौर भेज दिया जहाँ 1645 ई0 में उसकी मृत्यु हो गयी । 
  • अपनी बेगम मुमताज महल के याद में शाहजहाँ  ने विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का निर्माण उसकी कब्र के उपर करवाया । 
  • ताजमहल का निर्माण करनेवाला मुख्य स्थापत्य कलाकार उस्ताद अहमद लाहौरी था । 


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  • मयूर सिंहासन का निर्माण शाहजहाँ ने करवाया था । इसका मुख्य कलाकार बे बादल खाँ था। 
  • शाहजहाँ द्वारा बनवायी गयी प्रमुख इमारतें हैं । - दिल्ली का लालकिला, दीवाने खास, दीवाने आम, दिल्ली जामा मस्जिद, आगरा मोती मस्जिद, ताजमहल आदि । 
  • शाहजहाँ के शासनकाल को स्थापत्य कला का स्वर्ण काल कहा जाता है । 
  • शाहजहाँ ने 1638 ई0 में अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली लाने के लिए यमुना नदी के किनारे शाहजहाँबाद की नींव डाली । 
  • शाहजहाँ के पुत्र में दाराशिकोह सर्वाधिक विद्वान था । इसने भगवद् गीता, योगवशिषठ, उपनिषद् एवं रामायण का अनुवाद फारसी में करवाया ।
  • शाहजहाँ के पुत्रों के बीच उत्तराधिकार का युद्ध 1657 ई0 में शुरु हुआ । 
  • उत्तराधिकार का अंतिम युद्ध देवराई की घाटी में 12 से 14 अप्रैल, 1659 ई0 को औरंगजेब और दारा शिकोह के बीच हुआ । जिसमे औरंगजेब की जीत हुई ।
  • 18 जून, 1658 ई0 को औरंगजेब ने शाहजहाँ  को बंदी बना लिया । 
  • आगरे के किले में अपने कैदी जीवन के आठवें वर्ष अर्थात 31 जनवरी, 1666 ई0 को 74 वर्ष की अवस्था में शाहजहाँ को मृत्यु हो गयी । 

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